1.
2.
3.
4.
5.
इच्छाएं........?
जिसका कोई गणित नहीं
रोटी........?
भू-गोल
सहज-सुलभ
सिर्फ
नेताई बोल।
-----
2.
इन्सान को तलाशूं कहां
किन-किन मुखडों में
आदमी यहां
बंट गया
कई-कई टुकडों में।
-----
3.
लापता सूरज के
शहर में
जिन्दगी जीना........?
मात्र
क्लोरीनेटिड जल पीना।
-----
4.
कैसी भोर ........?
फिर जगा शोर
गाड गया रोम-रोम में
आलपिन
यह किरणें वाला
दिन।
-----
5.
नेता वही
जो अपनी कही बात
नकार दे
हर झूठ को
सच्च बना
प्रचार दे।
-----
No comments:
Post a Comment